एक सत्य ईश्वर की विशेषता
एक सत्य ईश्वर के नाम से जो बड़ा कृपाशील है।
आदि काल से मनुष्य का सवाल रहा है कि ईश्वर कौन है, उसको कैसे पहचाने, तो उसने इस धरती और आकाश में रहने वाले जीवों और निर्जीवों में उसको पहचानने कोशिश की, इसमें कई दर्शन और कई मत बन गए, लेकिन सवाल वहीं रहा, फिर हम कैसे ईश्वर को पहचाने।
किसी भी चीज को उसके गुणों के आधार पर पहचाना जाता है तो फिर उसके गुण क्या है उसके गुणों में से कुछ गुण ये है कि वो सदा से जीवित है, उसकी मृत्यु नही है, वो अविनाशी है उसको कोई नष्ट नही कर सकता, जन्म मृत्यु मनुष्य के लिए है, ईश्वर के लिए नही, उसको ना ऊंघ आती है ना नींद। ऊंघ नींद ये अवगुण है मनुष्य में होते है ईश्वर में नही, अगर वह सो जाएं, बल्कि उसे ऊंघ भी आ जाए तो ये सृष्टि नष्ट हो जाएगी क्योंकि वही अकेला सृष्टि का संचालक है इसलिए उसी एक की स्तुति और उपासना सत्य है यही सत्य धर्मग्रन्थों में मिलता है।
ॐ इत एतत अक्षरम उदगीथम उपासीत ।
अर्थ : ॐ यह अविनाशी कभी न मरने वाला, सब और उसी की महाचर्चा है इसलिए इसकी उपासना करो ।
वेद (छान्दोग्य उपनिषद 1:1)
اللّٰهُ لَاۤ اِلٰهَ اِلَّا هُوَ الۡحَـىُّ الۡقَيُّوۡمُۚ لَا تَاۡخُذُهٗ سِنَةٌ وَّلَا نَوۡمٌؕ لَهٗ مَا فِى السَّمٰوٰتِ وَمَا فِى الۡاَرۡضِؕ
अर्थ : एक सत्य ईश्वर के अतिरिक्त कोई उपास्य नहीं। वह जीवित है, संपूर्ण जगत का संभालने वाला है, उसको न ऊँघ आती है न निद्रा। उसी का है जो कुछ आकाशों में और पृथ्वी में है ।
कुरान (सुराह बक़रह 2/255)
शांति और एकता के लिए काम करो ईश्वर (अल्लाह) की प्रसन्नता मिलेगी ।
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