अल्लाह के नाम से जो बडा ही मेहरबान और रहम करने वाला है
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Khullasa E Quran |
सुराह इब्राहिम 14 आयत 1-52
अलिफ लाम रा, एक किताब है जिसको अल्लाह ने इसलिए नाजिल किया, कि तुम लोगों को अंधेरे से निकालकर रोशनी की तरफ लाओ, अल्लाह ने जब भी किसी को में रसूल भेजा तो उसी कौम की जबान में भेजा ताकि वो उनको वाजे समझा सके, फिर कुछ लोग भटक जाते हैं और कुछ हिदायात पाते हैं, जैसे हजरत मुसा अपनी कौम की तरफ आये तो उन्हें अल्लाह के अहसान याद दिलाएं, जिसने उन्हें फिरौन केे जुल्म से छुटकारा दिलाया था, और बताओ कि अल्लाह ने कानून जारी कर दिया है, अगर तुम शुक्रगुजार होगे तो लाजमन नेअमत में इजाफा करेगा, और ना शुक्री करोगे, अल्लाह का अजाब बहुत सख्त है,
तुमसे पहले बहुत से लोगों ने रसुलों को झुठलाया, वो अल्लाह की बात पर गौर करने की बजाय, उनसे रसूल होने की रसूल सनद मांगते थे, वो जवाब देते के सनद तो अल्लाह ही के इख्तियार में हैं हम तो उस पर तव्वकुल करते हैं, जो उस पर तव्व्कुल करें, दरअसल वही तव्वकुल करने वाले है, और जब-जब इंकार करने वालों ने अपने रसुलो से कहा, या तो हमारी मिल्लत में लौट आओ, नहीं तो हम तुम्हें अपने मुल्क से निकाल देंगे, तब-तब अल्लाह की तरफ से उनके लिये हालाकात का फैसला आया, वह दुनिया में भी तबाह हुए और उनके लिए आखिरत में जहन्नम है,
अहले जहन्नमी जो दुनिया में कमजोर थे, अपने दुनियावी में लीडरों से कहेंगे, हमने तुम्हारी इत्तिबा की थी, अब यहां अल्लाह के अजाब से हमे बचाओ, वो जवाब देंगे, खुद हमारे बचने का कोई रास्ता नहीं है, शैतान कहेगा सुनो, अल्लाह के सब वादे सच्चे थे, और मैंने तुम्हें समझाया था फरेब था, मेरा तुम्हारे ऊपर कोई जोर तो था नहीं, तुमने अपनी खुशी से मेरी बात मानी, अब खुद अपने आप को मलामत करो, उस दिन जन्नत वालों का फरिश्ते इस्तकबाल कर रहे होंगे, कलमा ए पाक की मिसाल ऐसे दरख्त की सी है, जिसकी जड़ें गहरी और मजबूत होती है, और कलमा ए खबिसा आसानी से उखाड़ फेंका जाता है,
मोमीन से कह दो, कि नमाज काइम करें और उस दिन से पहले अल्लाह की राह में खर्च करें, जब कोई सौदेबाजी ना होगी, अल्लाह ने आसमानों और जमीन को पैदा किया, तुम्हारे लिए रिज्क का सामान किया, और समुद्र और दरिया और सूरज और चांद, दिन और रात को तुम्हारे लिए मुस्खकर किया, तुम अल्लाह की एक नेअमत को गिनना चाहो, तो गिन नहीं सकते, इब्राहिम ने अपने घर वालों को मक्के में छोड़ते वक्त उनके लिए अमन और अमान और दीन और दुनिया की बरकतो की दुआ करते हुए कहा था, मैंने अपने घरवालों को सलात का निजाम कायम करने के लिए यहां पर बसाया है, अब तुम इन जालिमों को उस दिन से डराओ, जब यह मोहलत तलब करेंगे, और मोहलत नहीं दी जाएगी, इन्होंने बहुत मकर किए ऐसे-ऐसे फरेब किये, कि पहाड़ पहाड हिल जाये, लेकिन अल्लाह के पास उनके हर फरेब का तोड़ है,
तुमने उस दिन से डराओ, कि जब जमीन और आसमान बदल जाएंगे, आग के शोले उनके सिया चेहरे पर छाई होंगे, और हर एक गुनाहगार को उसके गुनाह का बदला मिल जाएगा, यह एक पैगाम है, तमाम इंसानों के लिए और इसलिए भेजा गया है ताकि इसके जरिये उन को खबरदार किया जा सके, के हकीकत में बस एक ही मालिक है, इसलिए अक्ल वाले होश में आ जाए ।