अल्लाह के नाम से जो बडा ही मेहरबान और रहम करने वाला है
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Khulasa E Quran |
सुराह ता.हा.-20 आयत 1-135
ता.हा. अल्लाह ने यह कुरान मशक्कत में डालने के लिए नहीं नाजिल किया है, यह तो एक याद दहानी है, इसे नाजिल करने वाला जमीन और आसमान में जो कुछ है सब का मालिक है, छुपी हुई बातें भी जानता है उसके सिवा कोई खुदा नहीं, उसके बेहतरीन से सिफाती नाम है, क्या तुम्हें मूसा का यह वाकिया मालूम है, कि उन्होंने एक आग देखी और कहा कि मैं तुम्हारे लिए आग लेकर आता हूं, हो सकता है मुझे वहां रहनुमाई मिले, वहां पहुंचे तो पुकारा गया ए मुसा मैं ही तुम्हारा रब हूं, लिहाजा अपने जूते उतार दो तुम तुआ की मुकद्दस वादी में हो, और मैंने तुम्हें चुन लिया है, मेरे सिवा कोई माबूद नहीं, मेरी बंदगी करो और मेरी याद के लिए सलात कायम करो, कयामत की घड़ी जरूर आएगी, कोई तुम्हें उस घड़ी की फिक्र से रोक ना दे, वरना तुम हलाकत में पड़ जाओगे,
फिर अल्लाह ने हजरम मूसा को दो मौजजे दिए, और फिरोन के पास जाने का हुक्म दिया, हजरत मूसा ने दरख्वास्त दी के मेरे रब मेरे लिए मेरा सीना खोल दे, और मेरा काम आसान कर दे, मेरी जबान की गिराह ऐसे खुल दे, कि वो लोग बात समझ सके, और मेरे भाई हारून को मेरा वजीर मुकर्रर कर दे, उसके जरिए मुझे ताकत अता फरमा ताकि हम दोनों सरगर्मी से आप के काम में लगे और आप का पैगाम याद दिला दे,
फरमाया मूसा तुम्हारी दुआ कबूल हुई, हमने तुम पर फिर अहसान किया, जैसे तुम्हारी पैदाइश के वक्त किया था, तुम्हारी मां ने तुम्हें संदूक में रख कर हमारे इशारे पर दरिया में बहा दिया था, दरिया ने उसे साहिल पर फेंका जहां उसे मेरे दुश्मन और इस बच्चे के दुश्मन ने उठा लिया, फिर हालात ऐसे बनाए के दूध पिलाने के लिए वापस तुम्हारी मां की गोद में पहुंचा दिया, हमने तुम्हें उस वक्त भी बचाया जब तुम ने एक शख्स को कत्ल कर दिया था, देखो मेरी याद में कमी हरगिज ना करना और अब तुम दोनों फिरौन के पास जाओ, मूसा और हारून को फिरौन ने झुठलाया, मोैजजे द देखकर उसे जादू कहा, अपने जादूगरों को मुकाबले पर बुलाया, लेकिन मोजजे देखकर जादूगर पहचान गए, यह जादू नहीं और ईमान ले आए,
फिर हजरत मूसा को हुक्म हुआ बनी इजरायल को निकाल कर ले जाएं, समुद्र में उनके लिए रास्ता बन गया, और आले फिरोन उसके अंदर गर्क हो गए, बनी इजराइल को और बहुत सी नेअमते दी और अल्लाह ने उनसे कहा कि ना शुक्रे मत बनो, जब हजरत मूसा उनको हारून के पास छोड़कर तरबीयत के लिये अल्लाह के पास गए, तो उन्होंने एक शैतान सामरी के बहकावे मैं आकर बछड़े का बुत बनाकर उसकी पूजा शुरू कर दी, यह बनी इसराइल का हाल था,
इनके अलावा भी मुजरिम कौमें है, जिस दिन सुर में फूंका जाएगा और उस दिन जो मुजरिम होगे खेंच कर लाए जाएंगे, वह नीली आंखों वाले होंगे वह आपस में गुफ्तगू कर रहे होंगे कि दुनिया में शायद के 10 दिन गुजरे उनमें से कोई कहेगा कि नहीं वहां तो बस एक रोज ठहरे थे, कयामत के दिन पहाड़ धुआं बनाकर उड़ा दिए जाएंगे और जमीन एक ऐसा चटयल मैदान होगी, जिसमें कोई सलवट तक ना हो, उस रोज किसी की शफाआत ना होगी, सिवाय इसके के रहमान खुद इजाजत दें, लोगों के सर अल हययुल कययुम के सामने झुक जाएंगे और इमान और अच्छे अमल वालों को जरा भी हक तलफी का खतरा नहीं होगा,
देखो कुरान पढ़ने में जल्दी ना किया करो, जब तक कि उस वही का महफूम समझ में ना आ जाए और दुआ करो कि मेरे परवरदिगार मुझे ज्यादा इल्म आता फरमा, जन्नत में आदम और हव्वा का वाकिया याद करो अल्लाह ने उन्हें खूब जता दिया था कि शैतान तुम्हारा दुश्मन है वह तुम्हे बहका ना दे, मगर वह दोनों बेहकावे में आकर भूल गए, इंसान में अजम की कमी है जो कोई अल्लाह के जिक्र से मुंह मोड़गा उसके लिए दुनिया में भी बेचेनियां होंगी और कयामत में अंधा उठाया जाएगा, वह कहेगा मैं तो आंखों वाला था कहा जाएगा, कि तूने मुझे दुनिया में भुला दिया, ऐसे ही मैंने भी तुझे आज भुला दिया, अगर मोहलत की एक मुद्दत पुरी दी गई होती तो फैसला चुका दिया गया होता, तुम मुखालिफीन की बातों पर सब्र करो, तुम सूरज निकलने से पहले और डूबने और रात में और दिन के किनारे पर अपने रब की हम्द के साथ तस्बीह करो, शायद तुम इस तरह दुनिया की आजमाइश से बेन्याज हो जाओ, जो लोग निशानियां तलब करते हैं उनके पास पिछले सहीफो की तालीमात ैका वाजे बयान तो आ चुका है, उनसे कहो अब इंतजार करो जल्द ही फैसला हो जाएगा कि कौन सीधी राह पर है ।