Khulasa E Quran | Revealed Quran Hindi | Surah Dukhaan-44 Ayat 1-59 | खुलासा ए कुरान | मुख़्तसर क़ुरान हिंदी | सुराह दुखान-44 आयत 1-59

अल्लाह के नाम से जो बडा ही मेहरबान और रहम करने वाला है

Khulasa E Quran
Khulasa E Quran

सुराह दुखान-44 आयत 1-59

हा मीम, किताबे मोबीन की गवाही है कि अल्लाह ने इसको खैरो बरकत वाली रात में नाजिल किया, यह वो रात है जिस में अल्लाह के हुक्म से हर मामले का हकीमाना फैसला किया जाता है, जो अपने शक में पड़े खेल रहे हैं, उनसे कहो कि अच्छा इंतजार करो उस दिन का के एक वाजे ताबकारी यानि रेडिएशन छा जाएगी, यह बड़े दर्द का अजाब होगा, लोग दुआ करेंगे कि परवरदिगार ये अजाब ऊपर से टाल दे, तो हम इमाल ले आएंगे, अगर यह मानने वाले होते तो इसी रसूल को ना मान लेते जो उनके दरमियानं आया, जिसका रसूल होना बिल्कुल वाजेह था, अल्लाह की तरफ से अजाब हटा लिया जाएगा, लेकिन लोग फिर अपनी पुरानी रवीश पर लोट जाएंगे, फिर जिस दिन बड़ा अजाब आएगा, वह उनके बदले का दिन होगा,

जब फिरौन ने षरकषी की, तो उसे अल्लाह ने गर्क कर दिया, तो कितने ही बाग और नहरें, खेतीयां और शानदार इषो इशरत के सामान आले फिरौन अपने पीछे छोड़ गए, अल्लाह ने दूसरों को इन चीजों का वारिस बना दिया, फिर ना आसमान उन पर रोया ना जमीन, आसमान और जमीन और इसमें मौजूद चीजें अल्लाह ने खेलने के लिए नहीं पैदा की, इनकी तखलीक हक पर हुई है, इन सब के उठाए जाने का तयषुदा दिन फैसले का दिन है, उस दिन जिस पर अल्लाह रहम फरमाए उसके अलावा, उस दिन किसी को कोई मदद नहीं पहुंचेगी, जख्खुम का पेड़ जहन्नम वालों का खाना होगा, तेल की तलछट जैसा पेट में इस तरह जोश खाएगा जिसे खोलता हुआ पानी, जहन्नामी के सर पर भी खोलता पानी उड़ेला जाएगा, बढ़ा इज्जतदार बनता था ना, इस दिन की आने पर उनको शक था, मुत्तकी लोग बागों और चश्मों के दरमियान रेशम के लिबास पहने होंगे, वहां उनके लिए खूबसूरत जोड़े होंगे, वहां उन्हें मौत ना आएगी जो मौत थी वह दुनिया में आ चुकी, अल्लाह ने तुम्हारी जबान में इस कुरआन को आसान कर दिया है, ताकि लोग नसीहत कबूल करें, अब तुम भी इंतजार करो, यह लोग तो इंतजार कर ही रहे हैं ।
Post a Comment (0)
Previous Post Next Post